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सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला उत्कृष्ट रचना लाश यादों मरा दिल था मरा हुआ औरत हूँ बहन हूँ बेटी हूँ काली हूँ चंडी हूँ दुर्गा हूँ ना बड़ा हूँ ना हूँ मै छोटा।मै हूँ तो हूँ बस एक इंसान ही हूँ।

Hindi मरा हूँ हजार मरण Poems